इंतज़ार है हमे आपके आने का,
वो नज़रे मिला के नज़रे चुराने का,
मत पूछ ए-सनम दिल का आलम क्या है,
इंतज़ारा है बस तुझमे सिमट जाने का.
वो नज़रे मिला के नज़रे चुराने का,
मत पूछ ए-सनम दिल का आलम क्या है,
इंतज़ारा है बस तुझमे सिमट जाने का.
तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है
तू एक नज़र हम को देख ले
इस आस मे कब से बेकरार बैठे है .
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है
तू एक नज़र हम को देख ले
इस आस मे कब से बेकरार बैठे है .
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा समझा वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा.
जिन्हे दावा समझा वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा.
जिंदगी है सफर का सील सिला,
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रात दुआओ में,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रात दुआओ में,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी,
उनके सच होने का इंतेज़ार होता है? ..
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी,
उनके सच होने का इंतेज़ार होता है? ..
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है..!
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है..!
निकलते है तेरे आशिया के आगे से,
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा
सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा
जीना चाहता हूँ मगर जिनदगी राज़ नहीं आती ,
मरना चाहता हूँ मगर मौत पास नहीं आती ,
उदास हूँ इस जिनदगी से ,
क्युकी उसकी यादे भी तो तड़पाने से बाज नहीं आती ..
मरना चाहता हूँ मगर मौत पास नहीं आती ,
उदास हूँ इस जिनदगी से ,
क्युकी उसकी यादे भी तो तड़पाने से बाज नहीं आती ..
किसी को मेरी याद आए एक अरसा हुआ,
कोई है हैरान तो कोई तरसा हुआ,
इस तरह खामोश हैं ये दिल ये आँखे मेरी,
जैसे खामोश हो कोई बाद बरसा हुआ.
कोई है हैरान तो कोई तरसा हुआ,
इस तरह खामोश हैं ये दिल ये आँखे मेरी,
जैसे खामोश हो कोई बाद बरसा हुआ.
वो कह कर गया था मैं लौटकर आउंगा,
मैं इंतजार ना करती तो क्या करती,
वो झूठ भी बोल रहा था बड़े सलीके से,
मैं एतबार ना करती तो क्या क्या करती।
मैं इंतजार ना करती तो क्या करती,
वो झूठ भी बोल रहा था बड़े सलीके से,
मैं एतबार ना करती तो क्या क्या करती।
कौन कहता है इश्क़ मे बस इकरार होता है,
कौन कहता है इश्क़ मे बस इनकार होता है,
तन्हाई को तुम बेबसी का नाम ना दो,
क्यूंकी इश्क़ का दूसरा नाम ही इंतेज़ार होता है
कौन कहता है इश्क़ मे बस इनकार होता है,
तन्हाई को तुम बेबसी का नाम ना दो,
क्यूंकी इश्क़ का दूसरा नाम ही इंतेज़ार होता है
एक शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,
एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर,
पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है,
जो आए तुम्हे साथ लेकर..!!
एक शाम जाती है तुम्हारी याद देकर,
पर मुझे तो उस शाम का इंतेज़ार है,
जो आए तुम्हे साथ लेकर..!!
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