हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है।


ये तुमसे किसने कहा तुम इश्क का तमाशा करना,
अगर मोहब्बत करते हो हमसे तो बस हल्का सा इशारा करना।


 क्यूँ हम किसी के ख्यालो मे खो जाते है,
 एक पल की दूरी मे रो जाते है..
 कोई हमे इतना बता दो की,हम ही ऐसे है
 या प्यार करने के बाद सब ऐसे हो जाते है.

 नज़रें मिले तो प्यार हो जाता है ,
 पलकें उठे तो इज़हार हो जाता है ,
 ना जाने क्या कशिश है चाहत में ,
 के कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।

 हाल अपने दिल का,
 मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ..
 जो सोचती रहती हूँ हरपल,
 होंठो तक ला नहीं पाती हूँ..
 बेशक बहुत मोहब्बत है,
 तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में..
 पर पता नहीं क्यों तुमको,
 फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..

 सकून मिलता है जब उनसे बात होती है ,
 हज़ार रातों में वो एक रात होती है,
 निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ ,
 मेरे लिए वो ही पल पूरी कायनात होती है।


 दिल का हाल बताना नहीं आता…
 किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता ….
 सुनना चाहते हैं आपकी आवाज़ ….
 मगर बात करने का बहाना नहीं आता….


 किसी उदास मौसम में,
 मेरी आँखों पे वो हाथ रख दे अपना,
 और हस्ती हुई कह दे,
 पहचान लो तो हम तुम्हारे
 ना पहचानो तो तुम हुमारे.. 


 मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा है…
 बन के रूह मेरे जिस्म में उतार जाओ तो अच्छा है…
 किसी रात तेरी गोद में सिर रख कर सो जाऊँ मैं…
 उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा है…